Posted by Admin on 2024-02-07 06:45:32 |
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यूनिफॉर्म सिविल कोड कानून को लेकर जिला गाज़ियाबाद में चर्चा तेज
गाजियाबाद। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपनी राय बताई और लगभग सभी मुद्दों पर विरोध जताया।
शादी की उम्र: यूनिफॉर्म सिविल कोड के तहत, शादी की न्यूनतम उम्र 18 साल होगी, जो मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत वर्तमान में 15 साल है। यह मुस्लिम समुदाय के लिए एक परिवर्तनशील चुनौती हो सकती है।
तलाक और इद्दत: यूसीसी के अंतर्गत, तलाक के मामले में एक सामान कानून होगा, जिससे महिलाओं को अधिक आत्मनिर्भरता मिलेगी। इद्दत के दौरान भी, महिलाओं को समान अधिकार मिलेंगे।
गुजारा-भत्ता: यूसीसी के तहत, तलाक के बाद महिलाओं को समान गुजारा-भत्ता मिलेगा, जो मुस्लिम समुदाय के लिए एक नई व्यवस्था हो सकती है।
संपत्ति का बंटवारा: यूसीसी के अंतर्गत, संपत्ति के बंटवारे में समानता का अनुशासन होगा, जो मुस्लिम महिलाओं के लिए एक स्थिरता का कारक बन सकता है।
बहुविवाह: यूसीसी के अंतर्गत, बहुविवाह के मामले में समानता होगी, जो मुस्लिम समुदाय के साथ एक समृद्धि और समानता की दिशा में हो सकती है।
गोद: यूसीसी के तहत, गोद लेने के संबंध में समान नियम होंगे, जो मुस्लिम समुदाय के लिए एक नई स्थिति का संकेत हो सकता है।
बच्चे की कस्टडी: यूसीसी के अंतर्गत, बच्चे की कस्टडी के मामले में समानता होगी, जो मुस्लिम महिलाओं के लिए एक सामान्यता का प्रतीक हो सकता है।
यह सभी परिवर्तन एक समृद्धि और समानता की दिशा में हैं, जो मुस्लिम समुदाय के लिए एक नई यात्रा की शुरुआत कर सकते हैं।